ऐन्थोसिरोटोप्सिडा- ऐन्थोसिरॉस ( ANTHOCEROTOPSIDA : ANTHOCEROS )

 सामान्य परिचय (General Introduction)

ऐन्थोसिरोटोप्सिडा ब्रायोफाइटा समूह का वह छोटा सा वर्ग है, जिनका पादपकाय पृष्ठाधारी (Dor- siventral) होता है तथा जिनके ऊपर सींगनुमा (Horn like) स्पोरोफाइट पाये जाते हैं। इन सींगनुमा संरचनाओं की उपस्थिति के कारण इन्हें हार्नवर्ट (Hornwort) कहते हैं। इस वर्ग के अन्तर्गत 6 वंश (Genera) एवं 300 प्रजातियाँ (Species) आती हैं।





ऐन्थोसिरोटोप्सिडा के विशिष्ट लक्षण

(CHARACTERISTIC FEATURES OF ANTHOCEROTOPSIDA)



1. इनका पादपकाव्य (Plant body) युग्मकोद्भिद (Gametophytic) एवं पृष्ठाधारी (Dorsiventral) होता है। पर्ण का       सदैव अभाव रहता है। 

2. इनके युग्मकोद्भिद (Gametophyte) की संरचना अत्यधिक सरल होती है। इनमें आन्तरिक विभेदन नहीं पाया          जाता है तथा यह एकसमान (Homogenous) ऊतकों का बना होता है। 

3. इनके सूकाय की पृष्ठ सतह (Dorsal surface) पर मध्य शिरा (Mid rib) का अभाव होता है।

4. सूकाय की कोशिकाओं के मध्य श्लेष्म गुहाएँ (Mucilage cavities) उपस्थित होती हैं, जिनमें नीली- हरी शैवाल       (Blue-green algae) उपस्थित होती हैं।

5. सूकाय की प्रत्येक कोशिका के क्लोरोप्लास्ट में पायरीनॉइड (Pyrenoid) उपस्थित होते हैं।

6. सूकाय की अधर सतह (Ventral surface) पर केवल चिकनी भित्ति (Smooth wallled rhizaids) पाये जाते हैं। शल्कों (Scales) का अभाव होता है। 7. जननांगों (Sex organs) में से आर्कीगोनिया (Archegonia) की उत्पत्ति एपिडर्मल कोशिकाओं (Epidermal cells) से होती है, जबकि ऐन्थीरिडिया (Antheridia) की उत्पत्ति हाइपोडर्मल कोशिकाओं (Hypodermal cells) से होती है। 8. गैमिटोफाइट की ऊपरी सतह पर सींगनुमा स्पोरोफाइट पाया जाता है।

9. स्पोरोफाइट (Sporophyte) फुट (Foot) एवं कंप्यूल (Capsule) में विभेदित रहता है। सीटा अनुपस्थित होता है। कैप्स्यूल (Capsule) का आधारीय भाग प्रायः प्रविभाजी (Meristernatic) होता है। अतः इसकी वृद्धि असीमित (Unlimited growth) होती है।

10. स्पोरोजीनस कोशिकाओं (Sporog- enous cells) की उत्पत्ति प्रायः ऐम्फिथीसियम (Amphithecium) से होती है। कैप्स्यूल के मध्य भाग में कॉल्यूमेला (Columnella) उपस्थित रहता है।

11. आर्कीस्पोरियम (स्पोरोजीनस कोशिकाएँ) के विभाजन से बीजाणु मातृ कोशिकाओं (Sporemother cells) तथा स्यूडोइलेटर्स (Pseudoelaters) की उत्पत्ति होती है।

12. कैफ्यूल का विस्फोटन (Dehinence) दो पाल्यों (Valves) के द्वारा आर्द्रताग्राही गति के कारण होता है।

उदाहरण-ऐन्थोसिरॉस (Anthoceros), नोटोथाइलस (Notothyhus) ।